कभी इन्फोसिस में टॉयलेट किया साफ, आज है 2 करोड़ की कंपनी का मालिक

दादासाहेब भगत कहते हैं कि उनकी मां ने गर्भवती होने के दौरान भी गन्ने की गठरी ढोई हैं. वह खुद मजदूरी किया करते थे. वह अपने पिता से साथ मिलकर लोगों के लिए कुएं खोदते थे जिसके लिए उन्हें 100 रुपये भी नहीं मिलते थे.

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